Damodar Astakam Pdf Download with Lyrics ! Damodar Astakam Benefits

Damodar Astakam में श्री कृष्णा के बचपन के लीला के बारे वर्णन किया गया है ! Damodar Astakam पढने से मन को शांति मिलता है ! इससे उनके बचपन सरे हरकत के बारे में पता चलता है !

आज के इस अर्टिकल में आपको Damodar Astakam स्तुति के पढने का सबसे आसान तरीका बताऊंगा और साथ ही इससे होने बाले लाभ को पूरी जानकारी देने वाला हूँ तथा साथ में आप सभी को मैं Damodar Astakam Pdf भी देने वाला हूँ जिसे आप डाउनलोड करके पढ़ सकते है और उसका लाभ ले सकते है !

Damodar Astakam

Damodar Lila

मंत्र का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए हमें इसके पीछे की भावनाओं और फिर आवश्यक भक्ति की गहरी समझ की आवश्यकता है। जैसा कि देवकीनंदन दास कहते हैं, भावना से भक्ति आती है, “भावना फिर भक्ति !

श्री कृष्ण को मक्खन हर कोई दे देता था , लेकिन वो अपने दोस्तों के लिए परेशान था ! श्री कृष्णा को उसके दोस्तों ने बोला कृष्ण तुम तो बहुत बहुत भोला हो तुम्हे हर कोई मक्खन दे देता है लेकीन हम लोगो को क्या होगा ?इस बात कृष्णा ने दोस्तों के मक्खन चोरी करने का फैसला लिया !

अब चोरो की एक टोली बन गयी , रोज रोज अपने मित्र के लिए श्री कृष्णा ने मक्खन चुराना शुरू कर दिया ! धीरे धीरे लोग उनसे परेशां होने लगे , उसका शिकायत कृष्णा के माता से कर देती है ! इसपर किसी तरह से शिकायत करने बाले को नाम पता लगाया !

जिसने भी माता यशोदा से उनकी शिकायत किये थे उनसे बदला लेने को सोच लिया ! जो जो गवाल्बालियो ने शिकायत की थी ! उन लोगो को मटका ही फोड़ डाला , मटका फ़ोड़कर सारे दोस्त वहां से भाग गए ! इसबार फिर से यशोदा मैया के पास शिकायत चली गयी !

इस कृष्णा को मार पड़ने वाला था , और मोटार्र में बांध कर पूरी दिन धुप में रहने का सजा मिल था , यही सारे लीला को दामोदर लीला कहा जाता है !

Damodar Ashtakam Lyrics

हे दामोदर, वह भगवान जिनका रूप सत, चित और आनंद से परिपूर्ण है, जिनके मकरो के आकार के कुंडल इधर उधर हिल रहे है, जो गोकुल नामक अपने धाम में नित्य शोभायमान है, जो (दूध और दही से भरी मटकी फोड़ देने के बाद) मैय्या यशोदा की डर से ओखल से कूदकर अत्यंत तेजीसे दौड़ रहे है और जिन्हें यशोदा मैय्या ने उनसे भी तेज दौड़कर पीछे से पकड़ लिया है ऐसे श्री भगवान को मै नमन करता हू ।।1।।

हे दामोदर , अपने माता के हाथ में छड़ी देखकर वो रो रहे है और अपने कमल जैसे कोमल हाथो से दोनों नेत्रों को मसल रहे है, उनकी आँखे भय से भरी हुयी है और उनके गले का मोतियो का हार, जो शंख के भाति त्रिरेखा से युक्त है, रोते हुए जल्दी जल्दी श्वास लेने के कारण इधर उधर हिल-डुल रहा है , ऐसे उन श्री भगवान् को जो रस्सी से नहीं बल्कि अपने माता के प्रेम से बंधे हुए है मै नमन करता हु ।।

हे दामोदर, ऐसी बाल्यकाल की लीलाओ के कारण वे गोकुल के रहिवासीओ को आध्यात्मिक प्रेम के आनंद कुंड में डुबो रहे है, और जो अपने ऐश्वर्य सम्पूर्ण और ज्ञानी भक्तो को ये बतला रहे है की “मै अपने ऐश्वर्य हिन और प्रेमी भक्तो द्वारा जीत लिया गया हु”, ऐसे उन दामोदर भगवान को मै शत शत नमन करता हु ।।

हे दामोदर , आप सभी प्रकार के वर देने में सक्षम होने पर भी मै आप से ना ही मोक्ष की कामना करता हु, ना ही मोक्षका सर्वोत्तम स्वरुप श्री वैकुंठ की इच्छा रखता हु, और ना ही नौ प्रकार की भक्ति से प्राप्त किये जाने वाले कोई भी वरदान की कामना करता हु । मै तो आपसे बस यही प्रार्थना करता हु की आपका ये बालस्वरूप मेरे हृदय में सर्वदा स्थित रहे, इससे अन्य और कोई वस्तु का मुझे क्या लाभ ?

हे दामोदर, आपका श्याम रंग का मुखकमल जो कुछ घुंघराले लाल बालो से आच्छादित है, मैय्या यशोदा द्वारा बार बार चुम्बन किया जा रहा है, और आपके ओठ बिम्बफल जैसे लाल है, आपका ये अत्यंत सुन्दर कमलरुपी मुख मेरे हृदय में विराजीत रहे । (इससे अन्य) सहस्त्रो वरदानो का मुझे कोई उपयोग नहीं है ।

हे दामोदर, मेरा आपको नमन है । हे दामोदर, हे अनंत, हे विष्णु, आप मुझपर प्रसन्न होवे (क्यूंकि) मै संसाररूपी दुःख के समुन्दर में डूबा जा रहा हु । मुझ दिन हिन पर आप अपनी अमृतमय कृपा की वृष्टि कीजिये और कृपया मुझे दर्शन दीजिये ।।

हे दामोदर (जिनके पेट से रस्सी बंधी हुयी है वो), आपने माता यशोदा द्वारा ओखल में बंधे होने के बाद भी कुबेर के पुत्रो (मणिग्रिव तथा नलकुबेर) जो नारदजी के श्राप के कारण वृक्ष के रूप में मूर्ति की तरह स्थित थे, उनका उद्धार किया और उनको भक्ति का वरदान दिया, आप उसी प्रकार से मुझे भी प्रेमभक्ति प्रदान कीजिये, यही मेरा एकमात्र आग्रह है, किसी और प्रकार की कोई भी मोक्ष के लिए मेरी कोई कामना नहीं है ।

हे दामोदर, आपके उदर से बंधी हुयी महान रज्जू (रस्सी) को प्रणाम है, और आपके उदर, जो निखिल ब्रह्म तेज का आश्रय है, और जो सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का धाम है, को भी प्रणाम है । श्रीमती राधिका जो आपको अत्यंत प्रिय है उन्हें भी प्रणाम है, और हे अनंत लीलाऐ करने वाले भगवन, आपको प्रणाम है ।

Damodar Ashtakam Benefits

  • यह मन्त्र सभी भ्रमों और आशंकाओं को दूर करता है और आत्मविश्वास और साहस को बढ़ावा देता है !
  • जो व्यक्ति इसका जाप करता है , सभी प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलता हैं
  • घर में सुख , शांति और समृद्धि की बनी राझ्ती है !
  • सभी प्रकार के नकारात्मकता और घर को सकारात्मक स्पंदनों को दूर करता है !
  • छात्रों, को पड़ने में मन लगते लगता है !
  • रोजगार और व्याव्शय में बढावा होता है !

Download Damodar Astakam Pdf

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