Shani Kavach का नियमित पाठ करने से हमारे जीवन की चाहे जितनी भी बड़ी बाधा हो सब दूर हो जाता है ! कहा जाता है कि शनि देव सूर्य का पुत्र है ! और शनि ग्रह का प्रकोप अपने पिता सूर्य देव को भी नहीं छोड़ा ! इसलिए शनि ग्रह का प्रकोप से बचने के लिए अनेक मंत्र , जाप, पाठ इत्यादि कर सकते हैं ! शनि देव के कई प्रकार के मंत्र, स्त्रोत, या पाठ हैं उसमे से सबसे महत्वपूर्ण Shani Kavach है !
Shani Kavach का प्रयोग युद्ध क्षेत्र में जाने से पहले सैनिक अपने शरीर पर एक लोहे का कवच धारण कर लेते हैं , ताकि दुश्मन के वार से उसे ज्यादा कष्ट या चोट ना लगे , और शायद इसी शनि कवच के वजह से सैनिक सुरक्षित रह जाते है !
What is Shani Kavach ? (शनि कवच क्या है?)

जब किसी पर भी शनि ग्रह प्रकोप होता है तो उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है ! वो हर तरफ से परेशानी का सामना करते हैं , चाहे वह पैसा हो या शरीर ! शनि ग्रह प्रकोप से बचा तो नहीं जा सकता क्योंकि वो अपने पिता को भी नहीं छोड़ा !
शनि कवच का पाठ करने पर व्यक्ति कवच से सुरक्षित रहता है ! इस कवच को “ब्रह्माण पुराण” से लिया गया है, किसी प्रकार की हानि उस व्यक्ति को शनि की दशा/अन्तर्दशा में नहीं पहुंचा पाती है ! कवच का अर्थ ही ढाल या रक्षा करने वाला होता है ! जो व्यक्ति शनि कवच का पाठ नियम से करता है उसे शनि महाराज डराते नहीं है ! उस पर शनि देव अपना प्रकोप कम कर दिया करते हैं !
What is Shani Grah ?(शनि ग्रह क्या है?)
आठ ग्रहों में सर्व श्रेष्ठ शनि ग्रह को माना जाता है , वेद और पुराण को माने तो यह सूर्य देव के पुत्र हैं ! आठ ग्रहों में सबसे ख़तरनाक शनि ग्रह होता है ! ये ग्रह इतने ख़तरनाक है कि अपने प्रकोप से अपने पिता को भी नहीं छोड़ा ! इस ग्रह का प्रकोप जिस भी पुरुष या महिला पर हो जाता है उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है !
शनि देव को प्रसन्न कैसे करें?
जिन व्यक्तियों पर शनि की ग्रह दशा का प्रभाव बना हुआ रहता है , उन्हें इसका पाठ अवश्य करना चाहिए ! कोई व्यक्ति इस कवच का पाठ करता है तो शनि देव उस पर प्रसन्न होते है , और उसका सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं ! जन्म कुंडली में शनि ग्रह के कारण अगर कोई दोष भी रहता है तो इस कवच के नियम से पाठ करने से दूर हो जाते हैं !
अगर आप या आपके परिवार में कोई भी शनि की दशा से गुजर रहे हैं या गुजरने वाले हैं , तो प्रति शनिवार ‘शनि कवच’ का पाठ अवश्य करें या ‘शनि कवच’ का पाठ करने का सलाह दे ! यह पाठ शनि देव के प्रकोप को शांत हो जाता है ! और शनिदेव की प्रसन्नता और कृपा प्राप्त होती है !
शनि देव की पूजा कब और कैसे करें?
हर शनिवार के दिन शनि कवच का पाठ करने से जीवन में सुख और शांति प्राप्त होती है ! अंत में शनि की धूप व दीप आरती करें और जीवन में जो कुछ भी गलतियां हुई हो उसके लिए , वचन व कर्म से हुई त्रुटियों की क्षमा मांग प्रसाद ग्रहण करें ! जाने-अनजाने में हुए पाप-कर्म एवं अपराधों के लिए शनिदेव से क्षमा याचना मांगे ! इससे शनि देव सारे गलतियों को माफ कर देते हैं !
Shani Kavach benefits in hindi (शनि कवच के फायदे)
कोई भी व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती व सैया चल रही है वो व्यक्ति अगर शनि कवच का पाठ करता है तो उन्हें मानसिक शांति प्राप्त होती है ! और एक अदृश्य कवच उनको सुरक्षा देते रहता है साथ में भाग्य का उदय प्राप्त होता है ! शनि कवच का पाठ एक प्रकार का शनिदेव के आशीर्वाद प्राप्त करने का एक माध्यम माना जाता है !
यह कवच मन के अवसाद और अकर्मण्यता राज्य से निपटने के लिए सहायता करता है ! व्यापार में सफलता, पढ़ाई और जीवन के अन्य क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने के लिए शनि कवच का पाठ जरूर करें !
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